अपने धर्म प्राथना सभा पर दूसरे धर्म के लोगों को लागातार बैठाना ही धर्मांतरण षड्यंत्र है जो गली गली मोहल्ले में चल रहा है..श्याम गुप्ता
अपने व्यक्तिगत स्वार्थ सामाजिक स्वार्थ धार्मिक स्वार्थ अलगाव वाद के षड्यंत्र से ऊपर उठकर देश को बचा ले…. श्याम गुप्ता
धर्मांतरण के षड्यंत्र मिशन लालच सेवा बीमारी ठीक करने के दावे से दूसरे के धर्म पन्त के अपमान बुराई से राष्ट्रीय एकता अखण्डता मजबूत नहीं होंगे बल्कि एक दूसरे के धर्म पंत के सम्मान से होंगे…श्याम गुप्ता
हिंदू इससे अच्छा अपने को अल्पसंख्यक मानना शुरू कर दे अगर आगे आकर इसे रोक नहीं पा रहे हैं तो….. श्याम गुप्ता
अमरदीप चौहान/अमरखबर:रायगढ़ / कड़वा सच…. धर्मान्तरण षड्यंत्र… धर्मान्तरण षड्यंत्र …धर्मान्तरण.पूरा षड्यंत्र ..अगर आज भी धार्मिक कार्यक्रम में दूसरे धर्म के लोगों को बैठाकर अपने धर्म प्राथना सभा की बात हो रही है पूरा पूरा गलत है ये शासन प्रशासन दोनों समझे ये हिन्दुओं को धर्मान्तरण करने के ही टारगेट है जिसे नहीं रोका गया तों ये हिंसा के रूप लेगा जिसे फिर संभालना मुश्किल होगा जब तक ये नहीं बंद करेंगे धर्मान्तरण के षड्यंत्र मिशन लालच सेवा बीमारी ठीक करने दावे से राष्ट्रीय एकता अंखडता मजबूत नहीं होगा भारत मैं ये देश जान ले बल्कि सर्व धर्म सदभाव सभी को एक दूसरे के आस्था सम्मान देने से ठीक होगा अभी भी समय है भारत को…. अपने व्यक्तिगत स्वार्थ सामाजिक स्वार्थ.. धार्मिक स्वार्थ षड्यंत्र के हिस्से दलाली से खराब होने से देश को बचा ले …बचा ले.क्योंकि हर एक दिन फर्जी नेता नेतृत्व पैदा हो रहा है जो दूसरे धर्म पंत समाज की बुराई अपमान करके अपने अंक बटोरने के कार्य कर रहा है जिससे देश में अलगाव वाद की गन्दीराजनीति को जीवित रख सके…यह कथन राष्ट्रीय विचार धारा रखने वाले सर्व धर्म सदभावना की बात करने वाले बेबाक खुलकर सामजिक कुरीतियों को खत्म करने की चाह रखने वाले देशभक्त . श्याम गुप्ता सामाजिक कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य ने कहा अगर लाख विरोध करने के बाद भी आज भी धर्मान्तरण सनातन हिंदूओं के करने के षड्यंत्र हो रहे है तों ये गृह युद्ध जैसे माहौल तैयार हो रहा इसका पूरा जिम्मेदार जिम्मेदार लोगो की ही होंगी जो देश में बुद्धिजीवी धार्मिक गुरू समाज प्रमुख एवं शासन प्रशासन कहलाते है जनता तो वो लोकतंत्र भीड़तंत्र के हिस्सा है जो अपने नेतृत्व के हांकने के आधार पर दशा दिशा तय करके अंधा होकर चल रहा है क्यों कि उन्हें अपने नेतृत्व लीडर के ऊपर विश्वास है ये बहुत गंभीर मामला है जिसके लिए राष्ट्रीय चिंतन की जरूरत है l