वीपीआर और एनटीपीसी तिलाईपाली में कार्यरत कंपनियों के खिलाफ उग्र हुए क्षेत्रवासी
सम्पादक अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़ जिले के रायकेरा और तिलाईपाली गांवों के ग्रामीणों ने वीपीआर और एनटीपीसी कंपनियों के खिलाफ जमकर नाराजगी जताई। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एसडीएम कार्यालय, घरघोड़ा पहुँचे और कंपनियों की कार्यप्रणाली के विरोध में ज्ञापन सौंपा।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कंपनियाँ स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के बजाय बाहरी लोगों को प्राथमिकता दे रही हैं। यही नहीं, सभी ठेके और श्रमिक कार्यों में बाहरी ठेकेदारों को तवज्जो दी जा रही है, जिससे क्षेत्र में बेरोजगारी बढ़ रही है।
ज्ञापन में यह भी बताया गया कि कंपनियों द्वारा अंधाधुंध वृक्षों की कटाई से पारिस्थितिकी तंत्र प्रभावित हो रहा है। खदानों में की जा रही तेज़ ब्लास्टिंग के कारण ग्रामीणों के मकानों में दरारें पड़ चुकी हैं और जीवन संकट में है।

भूमिपुत्रों से संवाद की जगह दबाव बनाती हैं कम्पनियाँ
ग्रामीणों ने कंपनियों पर यह भी आरोप लगाया कि वे किसी भी ग्रामवासी से संवाद नहीं करतीं और न ही उनकी समस्याओं पर ध्यान देती हैं। विरोध करने पर बाउंसर और गुंडों से डराने की कोशिश की जाती है तथा फर्जी मुकदमे दर्ज कर घरघोड़ा वासियो को प्रताड़ित किया जा रहा है।
पर्यावरणीय प्रदूषण भी एक गंभीर मुद्दा बन चुका है। ज्ञापन के अनुसार, कंपनियों की लापरवाही के चलते वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण तेजी से फैल रहा है, जिससे घरघोड़ा छेत्र के लोगो का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। वहीं, जल-जंगल-ज़मीन जैसे संसाधनों का दोहन कर कंपनियाँ लाभ कमा रही हैं, लेकिन क्षेत्र में कोई सामाजिक या बुनियादी विकास कार्य नहीं किया जा रहा।
मीडिया को स्थानीय के लोगो ने बताया कि “यदि प्रशासन ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो हम लोकतांत्रिक तरीके से बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे,”।