अपाहिज को भी नही बख्श रहे लैलूंगा में हॉस्पिटल स्टॉफ … इलाज कराने आए पीड़ित से अवैध उगाही का ताज़ा मामला!!
लैलूंगा सरकारी अस्पताल अपनी नित नए कारगुजारियों को लेकर काफी चर्चा में चल रहा है,लेकिन इस बार ताजा मामला में अस्पताल के कर्मचारियों ने हद से ज्यादा अति कर दिया है,इस बार यहां एक अपाहिज को भी नहीं बख्शा गया है।
स्थानीय मीडिया के पत्रकार से कैमरे के सामने रूबरू होकर एक अपाहिज मरीज जो की इलाज की आस लिए सरकारी अस्पताल आया था,ने बताया की उसका नाम मनोज साव है जो की लैलूंगा विकासखंड का निवासी है,जिससे इलाज के नाम पर लैलूंगा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों ने अलग अलग किश्तों में अवैध रूप से हजारों रुपए ऐंठ लिए गए।
पीड़ित ने स्थानीय मीडिया के सामने अस्पताल प्रबंधन की शिकायत करते हुए वहां कार्यरत कर्मचारियों पर काफी गंभीर आरोप लगाया है,उसका कहना है की,अस्पताल में उससे सबसे पहले कंप्यूटर ऑपरेटर ने इक्कीस सौ रुपए जबरन जमा करवा लिया,उसके बाद अस्पताल स्टाफ के महेश भगत और एक अन्य कर्मचारी ने छः हजार रुपए ले लिए,मरीज ने शिकायती लहजे में बताया की उसे जबरन पैसे देने के लिए बाध्य किया गया,जबकि वह अपाहिज लाचार आदमी है,और निःशुल्क इलाज की आस लेकर आयुष्मान कार्ड,स्मार्ट कार्ड साथ लेकर आया था,जिसे अस्पताल स्टाफ ने धता बताते हुए यहां कार्ड वार्ड नही चलता कहते हुए जबरन गरीब अपाहिज मरीज से पैसा वसूल किया।और हद तो ये है की उसका इलाज भी पूरी तरह सही ढंग से नही किया गया।लैलूंगा अस्पताल में अवैध उगाही का शिकार हुए पीड़ित मरीज ने यहां स्टाफ नर्स से लेकर कंप्यूटर ऑपरेटर और कंपाउंडर तक को घूसखोर बताया है।बहरहाल यहां आगे देखने वाली बात होगी की समाचार प्रकाशन के उपरांत प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी इस गंभीर मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं।और अपाहिज से अवैध उगाही करने वाले अस्पताल के दोषी कर्मचारियों पर क्या एक्शन लिया जाता है,यह भी देखने वाली बात होगी!!