SDM ने छह गांवों में सर्वे के लिए महाजेंको से मांगे दस्तावेज
14 गांवों में होना है भूअर्जन, बजरमुड़ा की तर्ज पर हुए हैं अवैध निर्माण, प्रतिबंध के बावजूद टुकड़ों में खरीदी-बिक्री भी
रायगढ़। सीएसपीडीसीएल के कोल ब्लॉक के लिए हुए भूअर्जन में घोटाले के बाद अब महाजेंको की बारी है। महाजेंको को आवंटित कोल ब्लॉक की जद में आ रहे 14 गांवों में भी वही कहानी दोहराई गई है। अंतर बस इतना है कि इन 14 गांवों का सर्वे अभी हुआ नहीं है। एसडीएम घरघोड़ा ने अब छह गांवों में सर्वे के लिए महाजेंको को पत्र भेजकर कुछ दस्तावेज मांगे हैं। जिस तरह से सीएसपीडीसीएल के लिए हुए भूअर्जन में अनियमितता की गई, उसी तर्ज पर महाजेंको प्रकरण में भी किया गया है। बजरमुड़ा में जिन अफसरों ने घोटाले के बाद भुगतान भी पूरा करवाया, उन्होंने महाजेंको के 14 गांवों में बिसात बिछा ली थी। अब उन अफसरों का तबादला हो चुका है।
महाजेंको को तमनार का गारे पेलमा सेक्टर-दो कोल ब्लॉक आवंटित है। इसकी जद में 14 गांव लिबरा, डोलेसरा, टिहली रामपुर, पाता, ढोलनारा, मुड़ागांव, चितवाही, झिंकाबहाल, रोड़ोपाली, सारसमाल, कुंजेमुरा, भालूमुड़ा, गारे और सराईपाली आ रहे हैं। महाजेंको को आर्थिक क्षति से बचाने के लिए कलेक्टर ने 26 फरवरी 2021 को इन गांवों में क्रय-विक्रय व नामांतरण पर प्रतिबंध लगाया था। सरफेस राइट की कार्यवाही प्रचलित होने के कारण 5 अगस्त 2021 को डायवर्सन पर भी रोक लगाई गई थी। इाके बावजूद टुकड़ों में जमीनों की खरीदी-बिक्री हो गई। जमीन दलालों और अफसरों के गठजोड़ ने जबर्दस्त घोटाला किया है। ग्रामीणों की जमीनें कई टुकड़ों में रजिस्ट्री करवा ली गई।
पटवारियों ने टुकड़ों में बक्री नकल दी। उप पंजीयक ने भी प्रतिबंध के बावजूद रजिस्ट्रियां कीं। पांच डिसमिल, दस डिसमिल जैसे छोटे टुकड़े में रजिस्ट्री कराई गई ताकि मुआवजे की गणना में लाभ मिले। इन पर कॉम्पलेक्स, मकान, दुकान, पोल्ट्री फार्म शेड आदि का निर्माण कर लिया गया। इन 14 गांवों में घूमने पर ऐसे वीरान निर्माण नजर आएंगे। अब एसडीएम घरघोड़ा ने मुड़ागांव, ढोलनारा, रोड़ोपाली, भालुमुड़ा, सराईटोला और चितवाही में परिसंपत्तियों का सर्वे, सत्यापन, मूल्यांकन आदि करने के लिए वेस्टिंग ऑर्डर, पंजीकृत लीज डीड एवं टोपो शीट नक्शा प्रस्तुत करने को कहा है।