लिव इन रिलेशनशिप में महिला को उतारा था मौत के घाट
2 माह तक पुलिस की आंखों में धूल झोंकने वाला फरार आरोपी पकड़ाया
रायगढ़। लिव इन रिलेशनशिप में रह रही महिला की हत्या कर फरार हुए आरोपी को पूंजीपथरा पुलिस ने आखिरकार 2 महीने में ओड़िशा बॉर्डर पालीघाट के पास दबिश देकर पकड़ा, जिसे आज हत्या के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
जानकारी के मुताबिक 19 अप्रैल को श्रीमती वृंदावती धनवार निवासी पूंजीपथरा द्वारा थाना पूंजीपथरा में मर्ग इंटीमेशन रिपोर्ट दर्ज कर बताई कि धनीराम कॉलोनी में सविता उर्फ संतोषी पति चित्रसेना साहू उम्र 23 वर्ष निवासी ऊपर पारा, पूंजीपथरा उसके पति चित्रसेन साहू और तीन माह के बच्चे के साथ रहती थी। 19 अप्रैल को चित्रसेन साहू कॉल कर बताया कि सविता के साथ 18 अप्रैल को मारपीट की है, सविता घर में सोई है। तब अपने पति के साथ जाकर सविता को देखी, सविता ने चित्रसेन साहू के मारपीट करने से चल फिर नहीं पाना और चित्रसेन को इलाज के लिए डॉक्टर खोजने गया है, बताई। तब इन्हें डॉक्टर बुला रहे हैं कहकर अपने घर वापस आ गई थी। थोड़ी देर बाद जाकर देखी तो सविता की मौत हो चुकी थी। चित्रसेन को फोन कर किराए मकान पर बुलाये, चित्रसेन अपनी पहली पत्नी के साथ आया और सविता के बच्चे को लेकर दोनों पति-पत्नी भाग गए।
थाना पूंजीपथरा में मर्ग जांच पर 21 अप्रैल को आरोपी चित्रसेन साहू के विरुद्ध धारा 302 आईपीसी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। घटना के बाद से आरोपी चित्रसेन फरार था जिसकी गिरफ्तारी के लिए थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी द्वारा मुखबीर लगा रखे थे। आज आरोपी को पालीघाट क्षेत्र में देखे जाने की सूचना पर पूंजीपथरा पुलिस द्वारा दबिश देकर आरोपी को हिरासत में लेकर थाना लाया गया। घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उसने अपराध स्वीकार कर बताया कि वर्ष 2018 से प्रेम संबंध बनाकर सविता उर्फ संतोषी मांझी को पत्नी की तरह किराया मकान में रखा था जिसकी ओर से एक 3 माह का बच्चा है। सविता द्वारा शराब पीने से मना करने और बार बार पैसे मांगने की जिद से परेशान होकर 18 अप्रैल को झगड़ा मारपीट पर सविता को हाथ–मुक्का से मारपीट किया और रोटी बनाने वाले बेलन से सविता के सिर, छाती में मारकर चोट पहुंचाया था। आरोपी को पुलिस ने न्यायिक रिमांड पर पेश कर जेल दाखिल किया है।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन एवं उप पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय के मार्गदर्शन पर आरोपी पतासाजी, गिरफ्तारी की कार्यवाही में थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी, सहायक उप निरीक्षक जयराम सिदार, आरक्षक बालचंद राव, आदिकंद प्रधान और उमाशंकर भगत की विशेष भूमिका रही है।