यहां नेताओं की लचर कार्यप्रणाली से परेशान होकर ग्रामीणों ने कीचड़ भरे सड़क पर धान की कर दी रोपाई.! जनता ने दिखाया आक्रोश जनप्रतिनिधियों के खिलाफ लगाए जमकर नारे…
CM साहब सुन लो: रायगढ़ के इस गांव में सड़क बदहाल, सरपंच-सचिव के खिलाफ नारेबाजी; ग्रामीणों का अनोखा प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले स्थित लैलूंगा ब्लॉक के ग्राम पंचायत गहनाझरिया के आश्रित मोहल्ला सूकवास के ग्रामीण लंबे अर्से से मूलभूत समस्या जैसे सड़क की समस्या से जूझ रहे हैं। सुकवास में खराब सड़क के कारण ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। ऐसे में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की लचर कार्य-प्रणालियों से तंग आकर ग्रामीणों ने कीचड़ भरे सड़क पर धान की रोपाई कर दी।
धान रोपकर ग्रामीणों ने अपना आक्रोश जताया और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि सुकवासी पारा से लेकर सुकवास तक सड़क सालों से खराब हालत में है। इसके अलावा गांव के लोग अन्य बुनियादी सुविधाओं को भी तरस रहे हैं।
बदहाल सड़क से लोग परेशान, 5-6 किमी खराब है सड़क….
खगेश्वर यादव उप सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि, 5 से 6 किमी सड़क खराब है। रोड डमरीकरण होना चाहिए, पर ऐसा नहीं हुआ है। सरपंच के पास कई बार गए, लेकिन गांव का विकास काम करने से मना कर दिया गया।
अब तक किसी ने नहीं दिया सड़क पर ध्यान…
गांव के अमित कुमार नाग ने बताया कि, माध्यमिक और प्राथमिक स्कूल है। खराब रोड के कारण बच्चे स्कूल जाना पसंद नहीं कर रहे। सरपंच सचिव से लेकर विधायकों को भी रोड बनाने के लिए मांग की गई। हर बार आश्वासन तो मिला पर किसी ने सड़क बनाने को लेकर ध्यान नहीं दिया।।
सड़क पर गिर रहे ग्रामीण…..
सुकवास का रोड खराब होने के कारण इसमें फिसल कर हर दिन लोग गिर रहे हैं। बारिश होने के बाद काफी कीचड़ सड़क पर होता है। बाइक चालक से लेकर पैदल आने-जाने वाले भी इसमें गिरते हैं।
एक हजार से अधिक की आबादी….
ग्रामीणों ने बताया कि, ग्राम पंचायत गहनाझरिया लैलूंगा मुख्यालय का सबसे बड़ा ग्राम पंचायत है। लैलूंगा से इसकी दूरी लगभग 10 से 15 किलो मीटर होगी। इसका आश्रित ग्राम सुकवास में लगभग 1100 की आबादी है। 800 लगभग वोटर हैं।
नहीं बनी कभी पक्की सड़क….
ग्रामीणों ने बताया कि, करीब 15 साल हो गए लेकिन पक्की सड़क यहां नहीं बन सकी है और न ही मुरुम डालने का काम किया गया है। जिस कारण बारिश के दिनों में समस्या बढ़ जाती है। कौशाल्य ने बताया कि, बच्चे स्कूल जाते हैं तो ड्रेस खराब हो जाती है। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली छात्र-छात्राओं और महिलाओं को है।
बारिश के दिनों में उन्हें एवं स्कूली छात्रों को इन मार्गो में आवागमन करने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार शिकायत करने के बावजूद उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाने के कारण गांव के काफी संख्या में ग्रामीण आज गांव के सरपंच और सचिव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। आज कीचड से लबालब सड़क में धान का रोपा लगाते हुए अनोखे अंदाज में विरोध जताया है।
हमेशा मिलता रहा आश्वासन
गांव के ग्रामीणों ने बताया कि उनके द्वारा सड़क निर्माण कराने की बात को लेकर कई बार शिकायत की जा चुकी है। परंतु हर बार उन्हें आश्वासन के नाम पर ठगा जा रहा है। बीते कई सालों से गांव के ग्रामीण यहां की समस्या से जूझते आ रहे हैं।