मां के साथ पलंग पर सो रहा था मासूम, सर्पदंश से हुई मौत, बरसात में सर्पदंश से बचाव के लिए करें ये उपाय
धरमजयगढ़/ झमाझम बारिश के साथ साथ क्षेत्र में सर्पदंश के मामले सामने आने लगे हैं। बीती रात भी सर्पदंश से मासूम बच्चे की मौत हो गई। मृतक गुरप्रीत अगरिया उम्र 5 वर्ष रात को खाना खाकर अपनी मां के साथ पलंग में सो रहा था। करीबन 11 बजे उसकी मां की आंख खुली तो बच्चे के पेट के ऊपर जहरीरे करैत सांप लिपटा हुआ था। पेट के दाहिने एवं बांये साईड में काटने से काला निशान दिखाई दे रहा था। जिसे ईलाज हेतु सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ में करीब 1.50 बजे भर्ती किये। जहां ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस द्वारा सूचक की सूचना पर मर्ग कायम कर पंचनामा कार्यवाही करते हुए पोस्टमार्डम के बाद शव परिजनों को सौंप दी गई।
बारिश में सर्पदंश से बचने के उपाय
बारिश का मौसम शुरू होते ही सांपों के निकलने का सिलसिला शुरू हो जाता है। बिलों में पानी भरने और उमस के कारण सांप घरों में आ जाते हैं। बरसात के मौसम में सर्पदंश (Snake Bite)की घटनाएं भी अधिक होती हैं। लिहाजा सर्पदंश का शिकार होने से बचने के लिए इन उपायों का पालन करें और सुरक्षित रहें:
● घरों में फालतू ,कचरा, कबाड़ा,लकड़ियां,पत्थर,घास, कंडे इत्यादि इकट्ठा न होने दें और न ही इन जगहों पर असावधानीपूर्वक हाथ डालें क्योंकि यह सांपों के छिपने के उपयुक्त स्थान हैं।
● यदि घर में कोई बिल या दरार दिखाई दे तो उसे फौरन बंद कर दें ताकि कोई सांप इनमें आश्रय न ले सके।
● रात को जमीन पर सोने से बचें क्योंकि सांप धरती पर रेंगते हैं और नीचे सोए हुए व्यक्ति को आसानी से काट सकते हैं।
● यदि घर के दरवाजों के नीचे गैप है तो उसको कपड़े या डोर सील से बंद कर दें। अक्सर घरों में सांप दरवाजों के नीचे से ही अंदर आते हैं।
● खटिया या पलंग पर सोते हैं तो मच्छरदानी लगाकर सोएं। इससे न केवल सांप बल्कि बरसात में निकलने वाले जहरीले कीड़े मकोड़े से भी बचाव हो सकेगा ।
● अगर घर में सांप निकल आए तो उसको मारने की कोशिश न करें, क्योंकि सर्पदंश की कई घटनाएं सांप को मारने या पकड़ने की कोशिश में होती हैं। सांप निकलने पर किसी सर्प विशेषज्ञ को बुलाएं।
● सर्पदंश होने पर डसे गए स्थान के थोड़ा ऊपर डोरी या कपड़ा मध्यम दबाब के साथ बांध दें। घाव पर चीरा न लगाएं और मरीज को फौरन हॉस्पिटल लेकर जाएं।
● बैगा गुनिया के चक्कर में आकर झाड़-फूंक में समय बर्बाद न करें। याद रखें सर्पदंश का एकमात्र सही इलाज ‘एंटी स्नेक वेनम’ का इंजेक्शन है।