भरत साहित्य भारती* *त्रिवेणी संयुक्तांक 3-5 (जून से अगस्त 2024) ई पत्रिका का हुआ वर्चुअल विमोचन
एक संक्षिप्त रिपोर्ट…
भरत साहित्य मंडल लोहर सिंह रायगढ़ (छ.ग.) के तत्वावधान में प्रकाशित ई पत्रिका *भरत साहित्य भारती* त्रिवेणी संयुक्तांक (3 से 5) माह – जून से अगस्त 2024 का शुभ विमोचन दिनांक 16 अगस्त 2024 को गूगल मीट आनलाइन पर वरिष्ठ साहित्यकार आदरणीय आनंद कुमार त्रिवेदी ‘आनंद’ जी के कर कमलों से संपन्न हुआ।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता पटल के संस्थापक आदरणीय भरत नायक ‘बाबू’ जी ने की। कार्यक्रम का संचालन आदरणीय नेत राम राठिया जी ने बहुत ही शानदार तरीके से किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में माँ शारदे की वंदना डाॅ० ओम प्रकाश मिश्र मधुब्रत ने ‘समय वीणा तार झंकृत’ गीत से किया।
अथ अनंतर प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. वासुदेव यादव जी ने पटल पर उपस्थित सभी सुधी साहित्यकारों का स्वागत किया।
तत्पश्चात वरिष्ठ साहित्यकार आदरणीय आनंद कुमार त्रिवेदी ‘आनंद’ जी ने विधिवत एक-एक पृष्ठ का उद्धरण देते हुए पत्रिका का शानदार विमोचन किया।
इसके उपरांत डॉ. राजीव रंजन मिश्र जी ने मुख्य अतिथि के रूप में अपनी सुंदर अभिव्यक्ति दी।
तत्पश्चात कार्यक्रम अध्यक्ष एवं पटल के संस्थापक आदरणीय भरत नायक ‘बाबू जी’ ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी को प्रेरणा प्रद संदेश दिया और पत्रिका में होने वाली अशुद्धियों के सुधार पर ज़ोर दिया। इसमें सभी के सहयोग की महत्ता रेखांकित किया। आदरणीय राजीव रंजन मिश्र जी से आग्रह किया कि पत्रिका ई पत्रिका न रहकर छपकर जन जन तक पहुंँचे ऐसी व्यवस्था की जाय। कतिपय रचनाकारों की रचनाओं की पांडुलिपियों को प्रकाशित कर पुस्तकाकार रूप में उपलब्ध हों और उनको रॉयल्टी भी मिले ऐसी व्यवस्था की बात की।
आदरणीय राजीव रंजन ने भी भविष्य में ऐसा करने का संकेत दिया।
अंततः डॉ मधुब्रत ने पटल पर सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा संचालक महोदय ने शानदार बघेली बाल कविता सुनाते हुए कार्यक्रम का समापन किया।