पुलिस-समर्थकों में झड़प, बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव गिरफ्तार, 20 अगस्त तक भेजा जेल
बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। यादव ने बयान दर्ज कराने के चार नोटिसों का जवाब नहीं दिया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस गिरफ्तारी की आलोचना की है।
भिलाई। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार कलेक्ट्रेट परिसर में बीते 10 जून को हुई आगजनी और हिंसा के मामले में शनिवार को भिलाई नगर से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
दरअसल, कलेक्ट्रेट घेराव से पहले हुई सभा में देवेंद्र यादव भी दिखाई दिए थे। सुबह सात बजे बलौदाबाजार पुलिस की टीम उन्हें गिरफ्तार करने भिलाई पहुंची थी। 10 घंटे तक चले सियासी ड्रामे के बाद शाम 5.45 बजे उनकी गिरफ्तारी हुई।
विधायक को 20 अगस्त तक भेजा केंद्रीय जेल
पुलिस ने रात 8.45 बजे बलौदाबाजार जिला न्यायालय में विधायक यादव को पेश किया। जहां से उन्हें कोर्ट ने तीन दिन के न्यायिक रिमांड पर 20 अगस्त तक केंद्रीय जेल रायपुर भेज दिया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए सुबह से लेकर शाम तक पुलिस की विधायक समर्थकों से झड़प भी हुई।
गिरफ्तारी के पहले विधायक सफेद झंडा और संविधान की प्रति थामे दिखे। पुलिस ने विधायक को बयान दर्ज कराने के लिए चार बार नोटिस देकर बुलाया था, पर वह नहीं गए। बता दें कि बलौदाबाजार कलेक्ट्रेट में हिंसा व आगजनी हुई थी। इसमें 240 से अधिक वाहनों को फूंक दिया था।
12 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ था। अब तक 179 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जून में सतनामी समाज के धार्मिक स्तंभ को नुकसान पहुंचाने के विरोध में प्रदर्शन हो रहा था। प्रदर्शन के पहले हुई सभा में समाज के कई संगठन, भीम क्रांतिवीर के साथ एनएसयूआइ के लोग शामिल थे।
विधायक निवास पर 10 घंटे तक गहमागहमी
पुलिस के चार नोटिस को देवेंद्र यादव टालते रहे। पुलिस के आने का अंदेशा देवेंद्र यादव को पहले से था। एक दिन पूर्व उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसका अंदेशा जताया था। शनिवार सुबह सात बजे बलौदाबाजार के एएसपी अभिषेक सिंह, डीएसपी ईश्वर चंद्राकर की अगुवाई में टीम भिलाई सेक्टर-5 स्थित विधायक निवास पहुंची। इसकी सूचना मिलते ही विधायक समर्थक जुट गए। तब विधायक यादव निवास पर ही थे।
दोपहर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज व पूर्व विधायक अरुण वोरा, युकां नेता सुबोध हरितवाल पहुंचे। 10 घंटे तक चली गहमागहमी के बाद 5.45 बजे यादव ने गिरफ्तारी दी। देवेंद्र यादव पर बलवा, हत्या का प्रयास, शासकीय कार्य में बाधा, पुलिस के साथ मारपीट, रास्ता रोकना, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, शासकीय कार्यालय में आगजनी व तोड़फोड़, आपराधिक षड्यंत्र जैसे आरोपों के तहत धाराएं लगाई गई हैं।
उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा, पुलिस ने विधायक देवेंद्र यादव को चार बार नोटिस भेजकर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था। उन्हें जांच में पुलिस का सहयोग करना चाहिए। कांग्रेस पार्टी को इस मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए। पुलिस अपना काम कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, अगर प्रदेश के मुखिया को ये लगता है कि एक युवा विधायक को गिरफ्तार करके आठ माह के ‘कलंकित कार्यकाल’ को ढंक लेंगे, तो यह उनकी गलतफहमी है। सतनामी समाज के साथ हुए अन्याय को एक और अन्याय करके आप समाज को धोखा दे रहे हैं। मुख्यमंत्री जी! छत्तीसगढ़, नागपुर और गुजरात से नहीं, यहीं से चलेगा।