नक्सली होने की अफवाह पर हाथी प्रभावित क्षेत्र मे घंटों परेशान होती रही पुलिस, सारंगढ़ के संवेदनशील(हाथी)क्षेत्र में सर्चिंग, बेहद गंभीर मामला..
रायगढ़/सारंगढ़-बिलाईगढ़। कई बार आंखों देखी और कानों सुनी बात भी झूठी होती है। बिना पड़ताल के कोई खबर ब्रेक करने की दौड़ में लोगों तक अफवाह भी समाचार के रूप में पहुंचा दी जाती है। फिर पूरा सिस्टम परेशान होता है। ऐसा ही कुछ सारंगढ़ में हुआ जब किसी ने नक्सलियों के आमद की अफवाह उड़ा दी। घंटों सर्चिंग के बाद नक्सली क्या, उनके गुजरने का प्रमाण भी नहीं मिला। इन दिनों बरमकेला और सारंगढ़ जंगली हाथियों की आमद की वजह से संवेदनशील बना हुआ है। इस बीच एक अफवाह ने पूरे पुलिस प्रशासन के माथे पर पसीना ला दिया। बताया जा रहा है कि गाताडीह-अमलीडीह इलाके में रात को किसी ने गांव के किनारे मकान में जाकर खाना मांगा। अचानक से खबर फैल गई कि नक्सली आए हैं।
ग्रामीणों ने भी दहशत के कारण इस घटना को सही मान लिया। बात फैली तो एक लोकल चैनल ने बिना पड़ताल के ब्रेकिंग न्यूज चला दी। इसे देखकर एक और चैनल ने भी ऐसा ही किया। देखते ही देखते खबर आग की तरह फैल गई और पुलिस के कान खड़े हो गए। एसपी पुष्कर शर्मा ने तुरंत एसडीओपी सरसीवां को सर्चिंग के आदेश दिए। पुलिस टीम ने गांवों में जाकर पूछताछ की और जवानों का एक दल सर्चिंग के लिए जंगलों में गया। कई घंटों की सर्चिंग के बाद जंगल में कुछ भी नहीं मिला। सर्चिंग टीम को नक्सलियों के होने का कोई छोटा सा भी प्रमाण नहीं मिला।
ब्रेकिंग न्यूज की सनक
इस घटना ने ब्रेकिंग न्यूज की अंधी दौड़ के नुकसान को सामने लाया है। बिना गहरी पड़ताल के किसी खबर को इस तरह से ब्रेक करना, पत्रकारिता के पेशे से भी अन्याय है। जब तक खबर की पुष्टि न हो वह अफवाह ही रहती है। बिना पुलिस की पुष्टि के सारंगढ़ में नक्सलियों के आने की खबर फैला दी गई।
क्या कहते हैं पुष्कर
नक्सलियों के आने की खबर अफवाह साबित हुई है। सर्चिंग टीम को भी जंगलों में कुछ भी ऐसा नहीं मिला जिससे इसकी पुष्टि हो सके। गांवों में भी पूछताछ की गई।
– पुष्कर शर्मा, एसपी, सारंगढ़-बिलाईगढ़