ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार, 9 लाख नकदी समेत लेपटाप, मोबाईल, एटीएम कार्ड, बैंक पास बुक बरामद
बिलासपुर। ठगी करने के एक से एक तरीके ईजाद किये जा रहे है विदेश के कालेज में अध्ययन रत छत्र छात्र भी साइबर क्राइम के जरिये लोगों को लालच देकर ठगी करने का गिरोह चला रहे है। ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश बिलासपुर पुलिस ने किया है.: होटल, किला, लॉज की रिव्यू रेटिंग देने पर भारी भरकम मुनाफा देने के नाम पर लोगों से साइबर ठगी करने वाले गिरोह को पकड़ने में बिलासपुर पुलिस को कामयाबी मिली है। मोपका बिलासपुर में रहने वाले सियाराम शरण तिवारी भी ऐसे ही धोखेबाजों के शिकार बन गए। व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क कर उन्हें बताया गया कि वे घर से ही ऑनलाइन काम कर लाखों रुपए कमा सकते हैं। इसके लिए उन्हें टेलीग्राम एप के माध्यम से लिंक भेज कर गूगल मैप पर होटल, लॉज कैसल आदि की ऑनलाइन रिव्यू रेटिंग देकर उसका स्क्रीनशॉट भेजने को कहा गयाथा लेकिन
ठगी करने वाले बांगलादेशी व कैमरून मूल के 2 ठग सहित 4 शातिर ठगों को पुलिस ने धर-दबोचा। ठगों ने 27 लाख रुपए की ठगी की थी जिसमें से पुलिस ने 9 लाख बरामद किया। आरोपियों से 02 लैपटाॅप, 04 मोबाईल फोन, 06 ए.टी.एम. कार्ड, 02 पासपोर्ट एवं बैंको के पासबुक जप्त।
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बिलासागुड़ी में खुलासा करते हुए बताया कि सियाशरण तिवारी निवासी मोपका बिलासपुर (छ.ग.) को अज्ञात मोबाईल धारक ने वाॅट्स्अप के माधयम से संपर्क कर घर में रहकर कार्य करने व लाभ अर्जित करने का प्रलोभन दिया। साथ ही ऑनलाईन टेलीग्राम एप के माध्यम से लिंक भेजकर गूगल मैप पर होटल, लाॅज, किला की आॅनलाईन रिव्यू रेटिंग कर उसका स्क्रीन शाॅट भेजने पर आय अर्जित कराने के नाम पर प्रार्थी से कुल 27,80,510 रूपये की ठगी। रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। इसके बाद धोखाधडी करने वाले व्यक्तियो की जानकारी एकत्र करने सायबर पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज कर कर अवलोकन किया गया।
संदिग्ध बैंक खातो को चिन्हांकित कर बैंक स्टेटमेंट, ए.टी.एम. फुटेज की समीक्षा एवं तकनीकी इन्पुट के आधार पर आरोपियो के हिंमाचल प्रदेश के शिमला व सोलन के आसपास ठिकाना बनाकर अपराध करने की जानकारी मिली। IG डाॅ. संजीव शुक्ला और SP रजनेश सिंह के निर्देश पर एक विशेष टीम निरीक्षक राजेश मिश्रा के निर्देशन मे हिंमाचल प्रदेश के शिमला व सोलन रवाना की गई। टीम ने 01 सप्ताह से अधिक समय तक शिमला व सोलन में रहकर आरोपीयो का पता ठिकाना निकला। इसके बाद स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपी प्रियांशु रंजन निवासी हैदराबाद को हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया तो अपने साथी मो. शोबुल, राजवीर सिंह व टेम्फु कार्ल नगेह के साथ मिलकर विगत 01 वर्ष से टेलीग्राम एप के माध्यम से लोगो को मुनाफा कमाने के नाम पर आॅनलाईन ठगी का काम कर रहे है। पुलिस ने ठगी के काम में उपयोग आने वाले मोबाईल फोन, लैपटाॅप, फर्जी सिम कार्ड व फर्जी बैंक खाते जप्त किये गये है। गिरफ्तार किये गये चारो आरोपी बाहरा यूनिवर्सिटी वाक्नाघाट सोलन के छात्र है।
पुलिस ने ठगी करने वाले निम्म आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
01. प्रियांशु रंजन पिता विजय कुमार पाण्डेय उम्र 20 वर्ष निवासी एसबीआई भास्कर राॅव नगर साई जीएनआज रेसीडेंनसी प्लॉट न. 08, 09 सैनिकपुरी हैदराबाद हाल निवासी बाहरादुनौती वाक्माघाट शिमला (हिमाचल प्रदेश)।
02. राजवीर सिंह पिता भारत सिंह उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम व पोस्ट कलालकरन जिला (जम्मू काश्मीर) हाल निवासी बाहरा यूनिवर्सिटी वाक्नाघाट शिमला (हिमाचल प्रदेश)।
03. मो० शोबुज मोरल पिता मो. शहाबुद्दीन मोरल उम्र 25 वर्ष निवासी तेलीखानी दारून मोरनी खुलना बांग्लादेश हाल निवासी बाहरा यूनीवर्सिटी कलाघाट शिगला (हिमाचल प्रदेश)
04. टेम्कु कार्ल नगेह पिता टेग्फ रिचर्डस उम्र 22 वर्ष निवासी बामेन्डा ३ नर्कन कमेरुनियर हाल निवासी बाहरा यूनिवर्सिटी वाक्नाघाट सोलन (हिमाचल प्रदेश)