जिंदल के DCPP गेट पर आर्थिक नाकेबंदी, विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण आक्रोशित,, बैठे धरने पर
तमनार क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डोंगामहुआ डीसीपीपी खदान के पास आज ग्रामीणों ने विभिन्न मांगों को लेकर सुबह से आर्थिक नाकेबंदी कर दी है। सैकड़ो की संख्या में खदान से प्रभावित डोंगामहुआ व अन्य गांव के लोग धरने पर बैठ गए हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि उनकी मांगे पिछले कई वर्षों से चली आ रही है,लेकिन आज तक प्रबंधन ने उनकी मांगों को नजर अंदाज किया है। जिस वजह से सभी प्रभावित ग्रामीण मजबूरन धरने पर बैठ गए है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है, तब तक वे आर्थिक नाकेबंदी पर बैठे रहेंगे।
डोंगामहुआ से लिबरा तक लगी गाड़ियों की लंबी कतार
ग्रामीण आज सुबह से आर्थिक नाकेबंदी करते हुए सड़क किनारे डीसीपीपी गेट के पास धरना दे रहे हैं। जिससे खदान के अंदर जाने वाली गाड़ियां और फ्लाई ऐश परिवहन पर लगे सैकड़ो गाड़ियों के पहिए थम गए हैं। जिससे आवाजाही में परेशानी हो रही है और गाड़ियों की लंबी कतार सड़क के दोनों किनारो पर लग गई है।
ग्रामीणों की मांगें
1. जमीन को जेएसपीएल डीसीपीसी डौगामौहा के द्वारा अवैध रुप से कब्जा करकें विगत कई वर्षों से प्लांट का संचालन किया जा रहा है।
2. डौगामौहा का रोड़ कई वर्षों से खराब है, जिसको कंपनी द्वारा बनाने के लिये ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
3. डीसीपीसी के द्वारा डौगामौहा का तुरीमुड़ा तालाब को सन् 2012 में गहरीकरण एवं चौडीकरण करवाया गया जिसका अभी तक पेमेन्ट नहीं हुआ है।
4. त्रिनाथ पटेल के पानी टैंकर को डौगामौहा बस्ती से पेयजल आपूर्ति हेतु लगाया गया, परन्तु अभी तक उसका पेमेन्ट प्राप्त नहीं हुआ है।
5. वर्ष 2022-23 के दरम्यान दुर्गा पुजा एवं दिपावली के दरम्यान दुर्गा मंडप का लाईट डेकोरेशन एवं डौगामौहा से बेलजोर तक रोड का मुरुमीकरण,लेंबलिंग,ड्रेसिंग करवाया गया एवं गाँव की गली एव रोड़ का मरुमीकरण साफसफाई करवाया गया एवं लाईटिंग डीजी कंपनी के द्वारा लगवाया गया, जिसकी राशि कंपनी को देना थाज किन्तु आज पर्यन्त तक प्राप्त नहीं हुआ ।
6. डीसीपीसी द्वारा 2023 में नल जल योजना के तहत् पूरे रोड़ के मध्य को तोड़कर पाईप लाईन डाला गया परन्तु अभी तक रोड में उक्त खुदाई का मलमा पड़ा हुआ है, एवं पुरे ग्राम योजना का कार्य पुर्ण नही हुआ है। गाँव के किसी किसी के घर में भी पानी का कनेक्शन दिया गया हैं और किसी किसी के घर में पानी का कनेक्शन दिया ही नहीं गया है।
7. गाँव के प्रभावित किसानों के वारिसानों को नौकरी में नहीं रखा गया है।
8. कंपनी का फ्लाई ऐश डस्ट को जहाँ डमप किया जा रहा है जिसका डस्ट उड़ कर गाँव में एवं सभी तरफ फैल रहा है जिसके चलते गाँव में बिमारी फैलने की आशंका है।
9. कंपनी के द्वारा मांईस के ब्लाटिंग होने से गाँव के कच्चे मकान में लगे हुए खप्पर उपर से गिर जा रहा है व कच्चे एवं पक्के मकान में दरारें आ रहीं है। जिसका उचित निराकरण किया जावें।
उपयुक्त सभी मांगों को लेकर ग्रामीणों के द्वारा आर्थिक नाकाबंदी की गई है। लेकिन अभी तक ग्रामीणों की मांगों को लेकर किसी प्रकार का कोई ठोस पहल नहीं हुआ है।