आरक्षक पर लगा 5 साल तक दुष्कर्म का आरोप! कहा, गहने भी लिए और पैसे भी और बाद में पीटा भी..
रायगढ़। जिले के भूपदेवपुर थाने में पदस्थ आरक्षक के ऊपर एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। महिला सक्ति जिले के रहने वाली है। महिला ने आरोप लगाया है कि आरक्षक ने 5 साल तक शादी का झांसा देकर लगातार बलात्कार किया गया है। इसके अलावा घर बनवाने के नाम पर महिला के 15 तोला सोना भी ले गया और बैंक से 9 लाख रुपए लोन निकलवाकर अपने पास रख लिया। महिला को बाद में पता चला कि आरक्षक पहले से शादीशुदा है और दो बच्चों का बाप है। इसके बाद वह उसके घर गई। जहां उसे मारपीट कर भगा दिया गया।
पहले से जानती थी मनोज को
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला ने सक्ति थाने अपने भाई के साथ आकर पुलिस को लिखित आवेदन दिया। जिसमें उसने पुलिस को बताया कि वह पिछले 5 सालों से अपने पति से अलग होकर अपने घर में रहती है। आरोपी मनोज कुमार यादव से पहले से उसकी जान पहचान है। वर्तमान में वह भुपदेवपुर थाना में आरक्षक के पद पर पदस्थ है। वर्तमान निवास पुलिस लाइन रायगढ़ में रहता है। जो मूल निवास वीरभाटा (मालखरौदा) से है।
5 साल पहले हुई दोबारा मुलाकात
पीड़िता ने बताया कि 5 साल पहले 14 अप्रैल 2019 को सक्ति में उसकी आरोपी मनोज से अचानक मुलाकात हुई। उस दिन से दोनों के बीच फोन पर बातचीत होने लगी। मनोज ने उससे कहा कि मैं तुमको बहुत पहले से पसंद करता हूं, पर अब मुलाकात हुई तो दिल की बात बता रहा हूं। मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं। वह उसकी बातों में आ गयी और 5 जून 2019 में फिर से शादी का झांसा वादा देकर निवास टेमर में जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाया।
घर बनाने के नाम पर जेवर और पैसे लिए
पीड़िता द्वारा शादी के बारे में पूछने पर मनोज कहता था कि मैं ही तुम्हारा पति हूँ, ऐसी बाते कर वह लगातार शारीरिक संबंध बनाया करता था। घर बनाने के नाम पर वह पीड़िता के 15 तोला सोना भी ले गया और ₹9 लाख बैंक से भी लोन निकले। उसके भविष्य निधि से भी उसने पैसे निकाले।
एटीएम भी मनोज के पास सिर्फ खर्च के पैसे देता था
पीड़िता ने यह भी बताया कि उसका एटीएम भी मनोज रखता है और मुझे बस खर्च के लिए पैसा देता था। शादी के लिए पूछती तो बहाना बनाकर टालते गया। मनोज कुमार यादव ने पांच बार मेरा गर्भपात कराया। बाद में मुझे पता चला कि और शादीशुदा है और दो बच्चों का बाप भी है।
गृह मंत्री और उच्च अधिकारियों से भी शिकायत
बीते 22 जून को जब पीड़िता मनोज के घर रायगढ़ गई, तब तब उसके साथ मारपीट की गई और उसे घर से निकाल दिया गया। थाने में लिखित शिकायत के अलावा पीड़िता आरक्षक मनोज के खिलाफ छत्तीसगढ़ शासन के गृह मंत्री, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य पुलिस उच्च अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर तत्काल कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग भी की है।