आधी रात को पाता और मुड़ागांव में घुसा हाथी ! ग्रामीणों में दहशत, देखें वीडियो…
तमनार। प्रकृति से छेड़छाड़ का नतीजा अब धीरे-धीरे देखने को मिल रहा है। औद्योगीकरण के नाम पर लगातार कटते जंगल और कोयला निकालने के लिए लगातार हो रही ब्लास्टिंग से वन्य प्राणी अब गांव की ओर दस्तक देने लगे हैं। शुक्रवार की रात तमनार क्षेत्र के ग्राम मुड़ागांव और पाता में हाथी ने उत्पात मचाया है। जहाँ मुड़ागांव में एक घर का दीवार तोड़ दिया है, तो वहीं पाता में भी घर का दरवाजा और दीवाल तोड़कर अंदर रखें धान का भूसा (कोढा) खा गया है। हालांकि हाथी ने कोई जनहानी नहीं की है। सूचना पर वन विभाग ने क्षतिग्रस्त किये दीवाल का मुआयना कर प्रकरण तैयार कर लिया है।
दिवार को तोड़ा
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की रात जब सारे लोग गहरी नींद में थे,तभी हाथी ने गांव के अंदर एंट्री मारी। बताया जा रहा है कि हाथी उड़ीसा क्षेत्र से आया है। जो खम्हरिया, करवाही, मुड़ागांव होते पाता पहुंचा। फिर हुंकराडिपा होते हुए बुड़िया जंगल की ओर निकल गया।
देर रात गांव में दस्तक दे रहा हाथी
क्षेत्रीय ग्रामीण बताते हैं कि हाथी दिन भर जंगल की ओर रहने के बाद देर रात गांव में घुसपैठ कर रहा है। हालांकि हाथी लोगों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा रहा है। हाथी केवल घरों के दीवारों को तोड़कर अंदर रखे अनाज को ही चट कर रहा है। शुक्रवार की रात पाता गांव में भी चित्रसेन यादव के घर का दीवार तोड़कर धान के भूसा को खाया है।
महाजेन्को का अधिग्रहण क्षेत्र..
महाजेन्को से प्रभावित 14 गाँव में यह सभी गाँव भी आते हैं जहाँ इस तरह से हाथी की दस्तक बीच बीच में जारी है, शायद माइंस के लिए जमीन अधिग्रहण में महाजेन्को कम्पनी ने हाथी की जानकारी पर्यावरण विभाग से छिपाई है। यह माइंस वन्य जीवों को पूरी तरह प्रभावित कर सकता है।